निराला का कथा साहित्य/ दुर्गा सिंह
Nirala ka katha sahitya / Durga Singh
Material type: TextLanguage: English Publication details: Prayagraj: Lokbharati Prakashan, 2023.Description: 150p.; 28 cm. HBISBN:- 9788196218423
- 891.431609 SIN
Item type | Current library | Collection | Call number | Status | Barcode | |
---|---|---|---|---|---|---|
Book | Ranganathan Library | Hindi | 891.431609 SIN (Browse shelf(Opens below)) | Available | 048485 |
Browsing Ranganathan Library shelves, Collection: Hindi Close shelf browser (Hides shelf browser)
891.43109 SIN Kavita ka loktantra / | 891.43109 SIN Hansa karo puratan baat / | 891.43109 SON Kavita ka vyom aur vyom ki kavita / | 891.431609 SIN Nirala ka katha sahitya / | 891.431709 MAH Sri Naresh Mehta ka kavya : Samvedana, silpa evam mahaniyata / | 891.4317109 SHR Kavita ka ghanatv / | 891.43172 SIN Heer : varish shaah / |
यह किताब निराला के न केवल कथा, बल्कि समूचे साहित्य को नयी निगाह से देखने का न्यौता देती है और निराला के कथा साहित्य और उनकी कविता को अलगाने वाली समझ भी खंडित करती है। साथ ही निराला के बहाने देश के स्वाधीनता आंदोलन की याद के कारण आजादी के अमृतकाल में विगत को नयी प्रासंगिकता प्रदान करती है।
निराला अपनी प्रसिद्धि के बावजूद कुछ ही लेखकों के गम्भीर विवेचन का विषय बने। उनकी रचनात्मकता का दाय तो बहुतों ने ग्रहण किया लेकिन विवेचन कम ने किया। जिन्होंने किया भी उनकी निगाह कविता पर अधिक केंद्रित रही। यह किताब उनके लेखन के अभिन्न अंग, कथा साहित्य के चुनिंदा पाठों का विश्लेषण प्रस्तुत करके निराला साहित्य के सहज बोध को व्यापक पैमाने पर संपन्न बनायेगी।
There are no comments on this title.